Spend time with yourself and for yourself

रुक जाओ बस अब, बहुत खेल ली पकड़म पकड़ाई वक़्त के साथ, हर वक़्त, वक़्त के साथ चलना ज़रूरी नहीं है, हर वक़्त, ज़िम्मेदारियों को निभाना ज़रूरी नहीं है, हर…

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कर के देखो अच्छा लगता है

क्यों ना रोते हुए चेहरे की मुस्कान बन कर देखे, ज़िन्दगी से हारे इंसान की उम्मीद बन कर देखे, टूटे अगर दिल, तो एक नया अरमान बन कर देखे, कुछ…

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